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हरयाली राजस्थान पेंशन योजना :-
🌿 योजना का उद्देश्य
किसान अक्सर फसल या जमीन के दबाव में पेड़ों को काट देते हैं। इस योजना का उद्देश्य पेड़–पौधों को संरक्षित कर किसानों को बिना पेड़ काटे भी आय का स्रोत उपलब्ध कराना है — जिससे पर्यावरण व स्थानीय अर्थव्यवस्था दोनों सुरक्षित रहें।
⚙️ योजना कैसे काम करेगी?
- पेड़–पौधों का पंजीकरण: किसान खेत में लगे पेड़ों की गिनती कराके संस्थान में पंजीकरण करवाएंगे।
- पेड़ की सुरक्षा: पंजीकृत पेड़ों की नियमित देखभाल और सुरक्षा की व्यवस्था की जाएगी — आवश्यकतानुसार छंटाई/रोग-निरोधी उपचार कराया जाएगा।
- पेंशन भुगतान: संस्थान हर पंजीकृत पेड़ के आधार पर वार्षिक निश्चित राशि किसानों को देगा — पेड़ों की संख्या बढ़ने पर भुगतान बढेगा।
- प्रोत्साहन: नए पेड़ लगाने पर अतिरिक्त इनाम/बोनस दिया जाएगा ताकि री-ग्रीनिंग को बढ़ावा मिले।
🌍 पर्यावरणीय लाभ
- पेड़ कटेंगे नहीं — ओक्सीजन उत्पादन बढ़ेगा।
- मिट्टी संरक्षित रहेगी — कटाव घटेगा।
- स्थानीय जलवायु में संतुलन बनेगा और जैव विविधता को बढ़ावा मिलेगा।
🌟 किसानों को लाभ
- ✅ पेड़ काटे बिना अतिरिक्त आय
- ✅ खेत में प्राकृतिक छाया और मिट्टी की उर्वरता में सुधार
- ✅ दीर्घकालिक स्थिर आय — हर साल भुगतान
- ✅ पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान
- ✅ "पेड़ बचाओ — पैसा पाओ" मॉडल
🏛 संस्थान की भूमिका
- राजस्थान कृषि एंड डेयरी विकास संस्थान किसानों को नि:शुल्क पंजीकरण और प्रशिक्षण देगा।
- पेड़ों की देखभाल हेतु तकनीकी मार्गदर्शन और आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
- पिछले वर्षों की तरह प्रत्यक्ष भुगतान व्यवस्था और प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया जायेगा।