🚀 Apply Now

Rajasthan State Organic Certification Agency :-

🌿योजना का उद्देश्य

जैविक खेती (Organic Farming) कृषि की वह प्रणाली है जो सिंथेटिक रसायनों, कीटनाशकों, उर्वरकों और आनुवंशिक रूप से संशोधित जीवों का उपयोग किए बिना, प्रकृति के संतुलन को बनाए रखती है। इस विधि में मिट्टी के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाती है और पोषक तत्वों के प्रबंधन के लिए फसल अवशेष, गोबर की खाद, कम्पोस्ट, वर्मीकम्पोस्ट, खली और जैव-उर्वरक जैसे प्राकृतिक स्रोतों का उपयोग किया जाता है। जैविक खेती का मुख्य उद्देश्य स्वस्थ मिट्टी, स्वस्थ भोजन, स्वस्थ पौधे और स्वस्थ वातावरण का निर्माण करना है।

राजस्थान सरकार द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने वाली योजनाओं के तहत किसानों को तीसरे वर्ष में विभिन्न वित्तीय सहायताएँ मिल सकती हैं, जैसे जैविक परिवर्तन, जैविक बीज, ढेंचा/सनई प्रयोग, और जैव उर्वरक/कीटनाशी पर सहायता। परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) के तहत 3 साल में प्रति हेक्टेयर 4,500 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है, साथ ही प्रमाणन, प्रशिक्षण और विपणन पर भी सहायता प्रदान की जाती है।

🚀 Apply Now